बढ़या-ठाठर पुल से 300 गांवों की राह हुई आसान

बढ़या-ठाठर पुल से 300 गांवों की राह हुई आसान


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर सदर संसदीय क्षेत्र में आने वाले कैंपियरगंज के पास राप्ती नदी पर स्थित बढय़ा-ठाठर पुल और पहुंच मार्ग का लोकार्पण किया। 14.52 करोड़ रुपये से राज्य सेतु निगम और लोक निर्माण विभाग निर्माण खण्ड 3 ने इसका निर्माण किया है। इस पुल के चालू होने से 300 गांवों की राह आसान हो गई है।


राप्ती नदी के बढ़या ठाठर में पुल बना कर मेंहदावल तहसील क्षेत्र को गोरखपुर के कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र से सीधे जोड़ने के लिए संतकबीरनगर के मेंहदावल तहसील क्षेत्र और गोरखपुर के कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र को जोड़ने के लिए राप्ती पर पुल निर्माण को मंजूरी वर्ष 2010 में मिली थी। काम भी शुरू हुआ, लेकिन कभी मौसम तो कभी सत्ता परिवर्तन के चलते यह परियोजना पूरी नहीं हुई। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग एवं सेतु निगम के अधिकारियों को कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। सरकार की सख्ती का असर भी दिखा और पुल तैयार हो गया।


इस पुल के चालू होने से पीपीगंज से मेंहदावल के बीच की दूरी 12 किलोमीटर घट गई। पहले घूमकर जाने से दूरी 36 किलोमीटर थी जो नए पुल के रास्ते 24 किलोमीटर है।


इन गांव के किसानों-लोगों को मिली राहत


गोरखपुर के वान, मझौना, हिरुआ, जगदीशपुर, फरदहनी, हरखोरी, चेतरिया, पचगांवां, रामनगर, केवटलिया व संतकबीर नगर के बढय़ा ठाठर, इंद्रपुर, खैरहवा, कुसौना, तिवारीपुर, मधईपुर व जोरवा सहित लगभग 18 गांव के लोगों को बहुत राहत मिलेगी। पुल निर्माण से मेंहदावल क्षेत्र के करीब 300 गांव लाभान्वित होंगे। इस क्षेत्र से पीपीगंज, गोरखपुर और महराजगंज की दूरी काफी कम हो जाएगी। राप्ती नदी के उस पार और इस पार समीपवर्ती गांवों के किसानों के खेत हैं, जिन्हें जोतने-बोने के लिए किसानों को नाव से आना-जाना पड़ता था। अब पुल बन जाने से आवागमन आसान हो जाएगा।


अब 25 किमी की दूरी नहीं सिर्फ पुल पार करना होगा


नदी के पश्चिम वान गांव का टोला जलारे है। इसकी तहसील एवं थाना कैंपियरगंज और ब्लाक जंगल कौडिय़ा है। थाने की पुलिस, तहसील व ब्लाक के कर्मचारियों को इस टोले में आने-जाने के लिए 25 किमी की दूरी तय करनी पड़ती थी, अब वे पुल पार कर सीधे चले आएंगे।